अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की ओर से जेरूसलेम इस्त्रायल की राजधानी घोषित
वॉशिंग्टन: ‘जेरूसलेम’ को इस्त्रायल की राजधानी घोषित कर के अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पूरी दुनिया में खलबली मचाई है। यह ऐतिहासिक निर्णय साबित हुआ है। अमरिका और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस के पहले ही यह निर्णय लेना चाहिए था, ऐसा कहकर ट्रम्प ने इस निर्णय का समर्थन किया है। इस्त्रायल ने इस निर्णय का स्वागत किया है। फिलिस्तीन की जनता ने सडकों पर उतरकर इसका निषेध किया है। फिलिस्तीन में कई जगहों पर आगजनी हुई है और आने वाले समय में इस पर और भी तीव्र प्रतिक्रिया आने की संभावना है।
ट्रम्प के ‘जेरूसलेम’ निर्णय के बाद दुनिया भर से कड़ी प्रतिक्रिया
वॉशिंग्टन/तेहरान/ब्रुसेल्स: इस निर्णय की वजह से पहले से ही अस्थिर खाड़ी में हिंसक उलट पुलट होगी, ऐसा इशारा खाड़ी के नेताओं ने दिया है। यूरोपीय नेताओं ने भी हम अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के निर्णय से सहमत नहीं हैं, ऐसा कहा है। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने बुधवार को जेरूसलेम को इस्त्रायल की राजधानी का दर्जा देने की घोषणा की थी। उसके बाद खाड़ी के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर से तीव्र प्रतिक्रिया आनी शुरू हुई। पिछले कुछ महीनों से अमरिका के साथ संबंध पहले जैसे करने की कोशिश कर रहे सऊदी अरेबिया ने भी तीव्र नाराजगी व्यक्त की है।
राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प अमरिका का दूतावास जेरूसलेम में स्थानांतरित करने की तैयारी में
वॉशिंग्टन: जेरूसलेम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देकर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प अमरिका का दूतावास जेरूसलेम में स्थानांतरित करने की तैयारी कर रहे हैं। बुधवार को इसकी घोषणा की जाएगी, ऐसी संभावना ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने व्यक्त की है। इस सन्दर्भ में ट्रम्प ने इस्राइल के प्रधानमंत्री, पैलेस्टाइन के राष्ट्राध्यक्ष, जॉर्डन के राजा और इजिप्त के राष्ट्राध्यक्ष के साथ भी चर्चा की है, ऐसा कहा जा रहा है। ट्रम्प का यह विवादास्पद निर्णय दुनिया भर के इस्लाम धर्मियों को उकसाएगा, ऐसा इशारा सऊदी के राजा सलमान ने दिया है। साथ ही इस समस्या पर अमरिका में रहने वाले ज्यू धर्मियों के बिच भी मतभेद होने की बात सामने आई है।
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