Aniruddha Bapu |
स्कूल न जाने वाले बच्चे की मरम्मत करने वाली माँ की बच्चे को पीटने की वह क्रिया ऊपरी तौर पर अनुचित क्रिया लग सकती है, लेकिन उसके पीछे रहने वाला उसका हेतु और कारण बच्चे का भला करना यही है और इन सबके पीछे का भाव ‘अपने बच्चे का भला करना’ यह होने के कारण वह उचित है। क्रिया के पीछे का भाव अधिक महत्त्वपूर्ण होता है, इस बारे में परम पूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने अपने १६ अक्टूबर २०१४ के हिंदी प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं |
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