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हरि ॐ। यह ब्लाग हमें सदगुरु श्री अनिरुद्ध बापू (डा. अनिरुद्ध जोशी) के बारें में हिंदी में जानकारी प्रदान करता है।

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शरीरं आद्यं खलु धर्मसाधनम्। (The human body is the foremost means of practising purushartha) - Aniruddha Bapu Hindi Discourse 17 Apr 2014

परम पूज्य सद्‌गुरु श्री अनिरुद्ध बापुजी ने गुरूवार १७ अप्रैल २०१४ के हिंदी प्रवचन में शरीर की घृणा न करते हुए शरीर यह पुरुषार्थ करने के लिए सब से महत्त्वपूर्ण आद्य साधन है इस बात का ध्यान मनुष्य को रखना चाहिए। यह बात स्पष्ट की। वह आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं।

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