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सीरिया से हुए रॉकेट हमलों को इस्राइली लष्कर का प्रत्युत्तर
जेरूसलेम: इस्राइली प्रधानमंत्री ने सीरियन लष्कर की ओरसे होने वाले हमलों पर दिए इशारों को कुछ ही दिन बीते हैं, तभी फिर एक बार सीरिया की तरफ से इस्राइल की गोलन पहाड़ियों में रॉकेट हमले किए गए हैं। गोलन पहाड़ियों पर स्थित नागरी बस्तियों के पास भी रॉकेट गिरने का आरोप इस्राइल ने किया है। इसे प्रत्युत्तर के तौर पर इस्राइली लष्कर ने किये हवाई हमले में सीरियन लष्कर के तीन रॉकेट लौन्चर्स नष्ट करने की जानकारी इस्राइली लष्कर ने दी है।
ईरान और सीरिया एक होकर इस्राइल के खिलाफ संघर्ष करेंगे- ईरान के रक्षा दल के प्रमुख का इशारा
दमास्कस: सीरिया के सीमा इलाकों में हवाई हमले करके इस्राइल ने सीरियन लष्कर की मिसाइल यंत्रणा को लक्ष्य बनाया था। इस पर सीरिया ने कड़ी प्रतिक्रिया देने के बाद ईरान ने भी अपने मित्र देश के पक्ष में मजबूत भूमिका लेकर इस्राइल को इशारा दिया है। ‘इस्राइल की ओरसे सीरिया के सार्वभौमत्व का चल रहा उल्लंघन ईरान कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा।सीरिया और ईरान एक होकर इस्राइल की इस आक्रामकता के खिलाफ संघर्ष करेंगे’, ऐसा इशारा ईरान के रक्षा दल के प्रमुख जनरल ‘मोहम्मद बाघेरी’ ने दिया है।
सीरिया में ईरान की कार्रवाइयों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा – इस्राइली रक्षा मंत्री का रशिया को इशारा
तेल अवीव: रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू अपने पहले इस्राइली दौरे पर गए हैं और उन्होंने इस्राइल के रक्षा मंत्री एवीग्दोर लिबरमन से मुलाकात की है। इस्राइल और सीरिया में बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर रशियन रक्षा मंत्री के इस दौरे में इस्राइल के रक्षा मंत्री ने अपनी भूमिका स्पष्टरूप से सामने रखी है। सीरिया में ईरान की इस्राइल विरोधी कार्रवाईयां जारी रहीं, तो इस्राइल ईरान पर कार्रवाई करेगा, ऐसा कठोर इशारा रक्षा मंत्री लिबरमन ने दिया है। दौरान, सीरिया में रशिया की आतंकवाद विरोधी मुहीम पूरी हो रही है, ऐसा आश्वासन रशियन रक्षा मंत्री ने दिया है।
इस्राइल के सीरिया पर हमले जारी रहेंगे
इस्राइल के प्रधानमंत्री का सीरिया को इशारा
जेरूसलेम: ‘इस्राइल की नीति सुस्पष्ट है। अगर कोई हमपर हमला करेगा तो इस्राइल भी जोरदार प्रत्युत्तर देगा। इसके आगे सीरिया ने इस्राइल के विमानों पर हमला करने की कोशिश की, तो आत्मरक्षा के लिए इस्राइल के सीरिया पर हमले शुरू रहेंगे’, ऐसा इशारा इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दिया है। इस्राइल ने सीरिया के मिसाइल यंत्रणा की बैटरी नष्ट करने के बाद सीरियन लष्कर ने इस्राइल को गंभीर परिणामों की धमकी दी थी। उसके बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री ने सीरियन लष्कर को यह इशारा दिया है।
इस्राइल के हवाई हमले मे सिरिया की विमानभेदी यंत्रणा तबाह
जेरूसलम: इस्राइल के विमान लेबनॉन की हवाई सीमा मे गश्ती करते वक्त सिरियन लष्कर ने इस्राइल के विमान पर रॉकेट प्रक्षेपित किए। इसके प्रत्युत्तर मे इस्राइल ने सीरिया के विमानभेदी यंत्रणा तबाह की है। यह हमला करने से पहले रशिया को उसकी पूर्व सूचना दी गई थी, ऐसी जानकारी इस्राइली लष्करने दी है।
इस्राइली हवाई दलने सोमवार को लेबनॉन के सीमाभाग मे गश्ती मुहिम छेड़ी थी, ऐसी जानकारी इस्राइल लष्कर ने दी है। इस्राइली विमान द्वारा होने वाली यह गश्ती नियमित होने का दावा इस्राइली लष्कर कर रही है। यह गश्ती शुरू होते समय, इस्राइली विमान की दिशा से रॉकेट हमले हुए सीरिया के विमान भेदी यंत्रणा की सहायता से यह रॉकेट प्रक्षेपित किए गए थे, ऐसा दावा इस्राइल ने किया है। इन रॉकेट हमलों मे इस्राइल के विमान का नुकसान नहीं हुआ पर कुछ ही मिनटों मे इस्राइल विमानों ने इन हमलों का प्रत्युत्तर दिया है।
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उत्तर कोरिया के दक्षिण कोरिया एवं जापान पर परमाणु हमले मे २० लाख लोगों की जान जायेंगी- अमरीका के अभ्यासगट का डर
वॉशिंगटन: कोरियन क्षेत्र मे तनाव बढ़ रहा है और उत्तर कोरिया ने चर्चा के लिए तैयार न होने की बात घोषित की है। तथा अमरीका दक्षिण कोरिया एवं जापान से भड़काऊ गतिविधियां होने पर इन देशों पर परमाणु हमला करने की धमकी भी उत्तर कोरिया ने दी है। उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया एवं जापान पर परमाणु बम फेंका तो इस देश मे लगभग २१ लाख से अधिक नागरिकों की जान जा सकती है तथा ८० लाख से अधिक लोग जख्मी हो सकते है, ऐसा दावा अमरीका के अभ्यास गट के विश्लेषक माइकल झैगरेक जूनियर ने किया है। पिछले कई हफ्तों मे उत्तर कोरिया के विरोध मे अमरीका, दक्षिण कोरिया एवं जापान की आक्रामकता मे बढ़त हुई है। उत्तर कोरिया से परमाणु हमले की धमकी दी जा रही है और अमरीका और मित्र देशों ने इस क्षेत्र मे सागरी तथा हवाई युद्ध अभ्यास का आयोजन किया था। इसके साथ अमरीका ने दक्षिण कोरिया मे ‘थाड’ और जापान मे ‘पैट्रियौट’ यह मिसाइल भेदी यंत्रणा सतर्क रखी थी। इस की वजह से कोरियन क्षेत्र मे तनाव बहुत ही बड़ा है।
उत्तर कोरिया जैविक हथियारों का इस्तेमाल करेगा – अमरिकन रिपोर्ट का इशारा
वॉशिंगटन: उत्तर कोरिया के पास करीब १३ प्रकार के विविध जैविक हथियार हैं और इन हथियारों की मदद से यह देश अपने शत्रु देशों के खिलाफ जैविक युद्ध छिड़कर हाहाकार मचा सकता है, ऐसा इशारा अमरीका की रिपोर्ट में दिया गया है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन सिर्फ १० दिनों में ‘एंथ्रेक्स’, ‘प्लेग’, ‘टाइफाइड’, ‘यलो फीवर’ जैसे १३ बिमारियों के जंतु मिसाइल अथवा अन्य रास्तों से अन्य देशों में फैला सकता है, ऐसा अमरीका की रिपोर्ट में इशारा दिया गया है। पिछले हफ्ते, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और जापान पर परमाणु बम दागा तो इन देशों के २१ लाख से अधिक नागरिक मारे जाएंगे, ऐसा इशारा अमरिकन अभ्यास समूह ने दिया था। अमरीका की ‘हॉवर्ड यूनिवर्सिटी’ और ‘अम्प्लिफाय’ इस निजी कंपनी ने उत्तर कोरिया के जैविक हथियारों के बारे में विशेष रिपोर्ट तैयार की है। ‘नार्थ कोरिआज बायोलॉजिकल वेपन्स प्रोग्राम’ ऐसा इस रिपोर्ट का नाम है और इसमें उत्तर कोरिया में शुरू जैविक युद्ध की तैयारी की जानकारी दी गई है। ‘उत्तर कोरिया लश्करी तरीके से जैविक हथियारों की टुकडियां तैयार कर सकता है और उसमे मुख्य रूप से एंथ्रेक्स का समावेश होगा, ऐसा डर जताया जा रहा है।
कोरियन हवाई क्षेत्र में अमरिकन बॉम्बर्स का युद्धाभ्यास
सेऊल/वॉशिंगटन: अमरीका के रक्षा मंत्री जेम्स मॅटिस ने अपने रक्षा दल को उत्तर कोरिया के खिलाफ सभी विकल्पों को तैयार रखने के आदेश देकर कुछ घंटे भी नहीं बीते है और अमरीका के बॉम्बर्स विमानों ने कोरिया के हवाई क्षेत्र में युद्धाभ्यास किया है। अमरिकन बॉम्बर्स के इस युद्धाभ्यास में दक्षिण कोरिया और जापान के लड़ाकू विमानों ने भी हिस्सा लिया था। उत्तर कोरिया और एक मिसाइल के परिक्षण की तैयारी कर रहा है ऐसा दावा किया जा रहा है, ऐसे में अमरिकन बॉम्बर्स का यह अभ्यास उत्तर कोरिया के लिए इशारा है, ऐसा कहा जा रहा है।
अमरीका की लश्कर ने प्रसिद्ध की हुई जानकारी के अनुसार, आशिया-प्रशांत क्षेत्र के ‘गुआम’ द्वीप पर तैनात अमरीका के ‘बी-१ बी लांसर’ इन बॉम्बर्स विमानों ने मंगलवार रात को कोरियन क्षेत्र की दिशा में उड़ान भरी। अमरीका के इन सुपर सोनिक बॉम्बर्स विमानों ने कोरियन क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद जापान और दक्षिण कोरिया के ‘एफ-१५ के’ लड़ाकू विमान भी इसमें शामिल हुए।
उत्तर कोरिया के सायबर हमले मे अमरीका–दक्षिण कोरिया के ‘वॉर प्लान्स’ हॅक
सेउल: उत्तर कोरिया के हॅकर्स ने किए सायबर हमले मे अमरीका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के विरोध में बनाई युद्ध की योजना हॅक होने की बात उजागर हुई है। दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ संसद सदस्य ने उसका इकबालिया बयान दिया है और रक्षा विभाग के नेटवर्क से लगभग २३५ गीगाबाइट (जीबी) इतनी बड़ी तादाद मे जानकारी चुराने की बात स्पष्ट हुई है। उत्तर कोरिया के हॅकर्स ने अब तक किए हमले मे यह सबसे बड़ा और चौका देने वाला सायबर हमला माना जा रहा है। इस हमले की वजह से उत्तर कोरिया के विरोध मे लष्करी तथा राजनीतिक प्रयत्न पर अंकुश लग सकता है, ऐसा दावा किया जा रहा है।
दक्षिण कोरिया के सत्ताधारी ‘डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ कोरिया’ के संसद सदस्य ‘री चेउल ही’ ने उत्तर कोरिया के सायबर हमले की जानकारी उजागर की है। दक्षिण कोरिया के रक्षा विभाग के अधिकारियों ने दिए जानकारी के अनुसार राजधानी सेउल मे लश्कर के डाटा सेंटर से लगभग २३५ जीबी जानकारी चुराई गई है। चुराई गई जानकारी मे १८२ जीबी डाटा किस बारे मे है इसकी ठोस कल्पना नहीं है ऐसा किसी ने कहा है।
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सद्गुरु बापू अपने अग्रलेखों एवं प्रवचनों में से श्री सद्गुरु पुण्यक्षेत्रम् इस स्थान के महत्व के बारे में हमें बताते ही रहते हैं। इसी श्री सद्गुरु पुण्यक्षेत्रम् तीर्थक्षेत्र से संबंधित कार्य के सिलसिले मे आज दिनांक १३ अक्तूबर २०१७ को धुळे, जळगाव और नंदुरबार जिले के कुछ चुनिंदा श्रद्धावान सेवकों के साथ हॅपी होम स्थित मेरे कार्यालय में मिटींग हुई। इस मिटींग में महाधर्मवर्मन् योगीद्रसिंह और महाधर्मवर्मन् विशाखावीरा इनके साथ संस्था के CEO सुनीलसिंह मंत्री और महेशसिंह झांट्ये ये भी उपस्थित थे। इस मीटिंग में, ‘सद्गुरु बापू ने श्री सद्गुरु पुण्यक्षेत्रम् तीर्थक्षेत्र के संरचना-निर्माणकार्य का आरंभ करने की अनुमति दी है। साथ ही, श्री सद्गुरु पुण्यक्षेत्रम् संरचना-निर्माणकार्य के एक पडाव के रूप में ही, बापू के कहने के अनुसार इस वर्ष से अंमळनेर में भी श्रीदत्तजयंती उत्सव मनाया जायेगा’ ऐसा घोषित किया गया। यह इस दत्तजयंती उत्सव का पहला वर्ष होने के कारण इस वर्ष यह चार दिन मनाया जायेगा। इससे संबंधित सविस्तार जानकारी सभी उपासना केंद्रों को जल्द ही दी जायेगी।
मिटींग जब चल रही थी तब परमपूज्य बापू ने मिटींग में उपस्थित सभी श्रद्धावान सेवकों को अपने कार्यालय में बुला लिया और श्री सद्गुरु पुण्यक्षेत्रम् इस तीर्थक्षेत्र की संकल्पना समझाकर बतायी। सभी श्रद्धावान सेवकों को यह संकल्पना समझाकर बताते हुए बापू ने कहा, “श्री सद्गुरु पुण्यक्षेत्रम् यह आध्यात्मिक उपासना का, साधना का, ध्यान का, शान्ति एवं सन्तोष प्राप्ति का महद्क्षेत्र है।”
इस संकल्पना के अनुषंग से श्री सद्गुरु पुण्यक्षेत्रम् का संरचना-निर्माणकार्य इस वर्ष के श्री दत्तजयंती उत्सव से शुरू किया जायेगा। बापू के साथ हुई श्रद्धावान सेवकों की चर्चा की फोटोज् साथ में जोड़ रहा हूँ।
। हरि ॐ । श्रीराम । अंबज्ञ ।
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श्रद्धावान सेवक बापू के साथ चर्चा करते हुए |
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श्रद्धावान सेवक बापू के साथ चर्चा करते हुए |
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श्रद्धावान सेवक बापू के साथ चर्चा करते हुए |
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कॅटालोनिया की समस्या बढ़ गई तो यूरोप में गृहयुद्ध भडकेगा- यूरोपीय महासंघ के वरिष्ठ अधिकारी का इशारा
ब्रुसेल्स: स्पेन के कॅटालोनिया प्रान्त की स्थिति बहुत ही अस्वस्थ करने वाली है, जिससे गृहयुद्ध भड़केगा, ऐसा इशारा यूरोपीय महासंघ के वरिष्ठ अधिकारी गुंथर ओटिन्गर ने दिया है। यूरोपीय महासंघ के वरिष्ठ अधिकारी ने कॅटालोनिया के मुद्दे पर पहली बार ऐसा आक्रामक वक्तव्य किया है। १ अक्टूबर को कॅटालोनिया में पूरे हुए जनमत के बाद इस प्रान्त की परिस्थिति ख़राब होती जा रही है और प्रान्त के अध्यक्ष कार्ल्स पिगडेमोंट ने जल्द ही आजादी की घोषणा करने का इशारा दिया है। गुंथर ओटिन्गर ‘यूरोपियन कमिशनर फॉर बजेट एंड ह्यूमन रिसोर्स’ के पद पर हैं और जर्मनी की चांसलर अंजेला मर्केल के कट्टर समर्थक हैं। ‘कॅटालोनिया के जनमत के बाद निर्माण हुई स्थिति बहुत ही अस्वस्थ करने वाली है।
कॅटालोनिया के जनमत की तैयारी पूरी – कॅटालोनिया के अध्यक्ष का दावा
बार्सिलोना/मद्रिद: कॅटालोनिया के सरकार ने रविवार को होने वाला जनमत पूरा करने का निर्धार किया है और उसकी तैयारी पूरी हुई है, ऐसा अध्यक्ष कार्ल्स पिगडेमोंट ने कहा है। स्पेन सरकार ने यह जनमत अवैध और घटना के खिलाफ होने की बात स्पष्ट की है और इसे तोड़ने का इशारा दिया है। रविवार १ अक्टूबर को कॅटालोनिया में स्वतंत्रता के मुद्दे पर जनमत का आयोजन किया गया है और इस घटना को लोकतंत्रवादी स्पेन के इतिहास के सबसे बड़े कूट प्रश्न के तौर पर पहचाना जा रहा है। जनमत को सिर्फ २४ घंटों का समय बाकी रह गया है, ऐसे में इसके संबंधी गतिविधियाँ बहुत तेज हुई हैं।
कॅटालोनिया की बहुतांश जनता को स्पेन से आजादी चाहिए; रविवार को हुए जनमत के परिणाम घोषित
बार्सिलोना: रविवार को स्पेन के कॅटालोनिया प्रान्त मे स्वतंत्र देश के मुद्दे पर आयोजित किए गए जनमत मे ९० प्रतिशत से अधिक लोगों ने आजादी की मांग को समर्थन दिया है। स्पेन सरकार ने इस जनमत को अवैध घोषित करके इस जनमत के खिलाफ की हुई कार्रवाई की वजह से कॅटालोनिया मे अराजकता फैली है, ऐसा दिखाई दे रहा है। इस दबाव तंत्र के बाद भी कॅटालोनिया की जनता अपनी आजादी की मांग पर निश्चित है, ऐसा यहाँ के नेता कह रहे है। साथ ही स्पेनिश यंत्रणा के दबाव तंत्र के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मदद मांगेंगे, ऐसा कॅटालोनिया के नेताओं ने घोषित किया है।
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युद्ध सिर्फ युद्धभूमि तक ही सीमीत नहीं है, यह आज इस नए युग में सभी जानते है। पारम्परिक प्रकार के युद्ध की गति तेज होकर अब सायबर युद्ध, व्यापार युद्ध, अंतरिक्ष युद्ध, नगरीय युद्ध, इत्यादि बन गया है। इस के अतिरिक्त, आत्याधुनिक रोबोट्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआय) यह आधुनिक युद्ध नीति में अग्रणी तकनीक के तौर पर उजागर हुए हैं। संरक्षण के साथ लगभग सभी क्षेत्रों में रोबोट्स और ‘एआय’ इंसानों का स्थान ले रहे है।
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इन प्रगत रोबोट्स और ड्रोन्स की वजह से अब अपने लष्कर को जोखिम में न डालते हुए और व्यस्त न करते हुए भी मिलों दूर होनेवाले जगहों पर निशाना साधा जा सकता है। इस्रायली रक्षा दल के दिग्गजों ने स्थापित किये ‘ड्यूक रोबोटिक्स’ इस नए उद्यमी कम्पनी ने ‘तिकड़’ इस बहु अवर्तनीय स्नायपर ड्रोन का निर्माण किया है। यह ड्रोन विविध प्रकार के शस्त्रास्त्रों जैसे की स्नायपर रायफल, ग्रेनेड लौंचर, मशीन गन, इत्यादि साथ ले जाने में सक्षम है। यह ड्रोन, बड़े ड्रोन जैसे ‘प्रीडेटर’ या ‘रीपर’ ड्रोन्स की तरह अधिकतम समय तक उड़ान करने में और नागरिकों एवं संपत्ति को खतरे में न डालते हुए बड़े क्षेत्रों पर हमला कर सकता है।
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‘तिकड़’ ड्रोन की अपनी कार्यक्षम सिद्धता स्पष्ट करते समय भीड़-भाड्वाले क्षेत्रों में नागरिकों की जान को ख़तरा न पहुँचाते हुए अपने शत्रुओं पर सही निशाना साधने की विलक्षण क्षमता प्राप्त है। विविध शस्त्रास्त्रों को लेकर अधिकतम समय तक उड़ान करना इस विशेषता के साथ ‘तिकड़’ किसी भी वातावरण एवं परिस्थितियों में दुश्मनों के शस्त्र द्वारा होनेवाले हमलों को अवशोषित करने का कार्य ऎन मौके पर निश्चित समय के अन्तर्गत हर दिशा में घूमता रोबोटिक जिम्बल करता है। साथ ही, वह जिम्बल अपने वजन से तीन गुनाअधिक वजन के शस्त्र उठाकर भी अत्यंत कुशल एवं विश्वसनीय कार्य करने में सक्षम है।
इस के व्यतिरिक्त, तिकड़ यह मानव संचालित ड्रोन होकर उसे कार्यान्वित करने का निर्णय पूर्णरूप से इंसानी हाथों पर निर्भर है जिससे स्वयंचालित होनेवाले नुकसानों को नियंत्रित किया जा सकता है।पर ‘तिकड़’ ड्रोन में सैनिको का स्थान लेने की क्षमता है। इसलिए, इसके निर्माणकर्ताओ ने इसे ‘आगामी सैनिक’ कहा है। ‘ड्यूक रोबोटिक्स इन्क’ इस स्टार्ट-अप कंपनी का स्लोगन – ‘No Boots on the Ground’ (मानवीय सोल्जर की ज़रूरत नहीं), यह उनकी आधुनिक युद्ध के बारे में दूरदृष्टि स्पष्ट करता है।
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अब तक ऐसा देखा जा रहा है कि आधुनिकतम होते हुए भी किसी भी देश के लष्कर को स्वयंचलित रोबोट्स या ड्रोन्स से जानलेवा हमला करने का अधिकार नहीं दिया गया है। दुनिया में युद्धखोरी में ‘तीसरी क्रांति’ न हो इस डर से ‘टेस्ला’ के इलोन मस्क और अन्य ११६ उद्योजकों ने इस स्वयंचलित जानलेवा ड्रोन्स पर बंदी लाने की मांग की है। दूसरे बुद्धिजीवी उद्यमी ‘जैक मा’ ने भी ‘एआय’ की वजह से तीसरा महायुद्ध भड़कने का डर व्यक्त किया है।
आश्चर्यजनक बात यह है कि, ड्यूक रोबोटिक्स यह किसी दिन लष्कर द्वारा ‘तिकड़’ ड्रोन के उपयोग से सामने आनेवाले बाधाओं को हटाते हुए अपने लक्ष्य को नष्ट करने की कल्पना करते हैं। इस्राइल रक्षा मंत्रालय से इन स्नायपर ड्रोन्स की मांग हो रही है और इस ड्रोन्स के निर्माणकर्ताओं ने पेंटागौन में भी इसके बारे में प्रस्ताव दिया है ऐसी बात कही जा रही है।