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रशिया की दो विनाशिकाएँ सीरिया के लिए रवाना
मॉस्को/दमास्कस:
सीरिया में अमरिका-ब्रिटन-फ़्रांस ने किए हमले को प्रत्युत्तर देने के लिए
रशिया ने अपनी लष्करी गतिविधियों को तेज किया है। पिछले हफ्ते रशिया ने दो
अतिरिक्त जंगी जहाज और और हथियारों का भंडार सीरिया में भेजने की खबर
प्रसिद्ध हुई थी। उसके बाद फिरसे रशिया
ने अपनी दो विनाशिकाओं को सीरिया की दिशा में भेजा है। इस नई गतिविधि की
वजह से रशिया ने लष्करी कार्रवाई के विकल्प को अभी तक खुला रखने के संकेत
मिल रहे हैं।
रशिया सीरिया को दे रहे एस-३०० पर इस्रायल की चिंता
जेरूसलम:
अमरिका, फ्रान्स, ब्रिटेन और इस्रायल इन देशों के हवाई हमले का सामना करने
कर रहे सीरिया को एस-३०० यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान करने की तैयारी
रशियाने की है। इस बारे में हुए व्यवहारों की अधिक जानकारी उजागर नहीं हुई
है, फिर भी यह इस्रायल की सुरक्षा के लिए चिंता की बात होने का दावा
इस्रायल सेना के भूतपूर्व अधिकारियों ने किया है।
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सीरियन सल्तनत के पास अभी भी रासायनिक हमले करने की क्षमता – अमरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन का दावा
वॉशिंगटन:
अमरिका, फ्रान्स और ब्रिटेन ने सीरिया को लक्ष्य करने के बाद भी इस देश के
पास रासायनिक हमले करने की क्षमता है, ऐसा दावा पेंटॅगॉन ने किया है।
अमरिका के रक्षा मुख्यालय ने किया यह दावा मतलब सीरिया
पर नए हमले का सूचक इशारा होने की बात दिखाई दे रही है। उस समय अमरिका के
विदेश मंत्रालय ने सीरियन सल्तनत एवं रशिया मिलकर दोनों में रासायनिक हमले
के सबूत नष्ट करने का आरोप किया है। सीरिया एवं रशिया के इन कार्रवाई का
यकीनन सबूत होने की बात अमरिका के विदेश मंत्रालय ने कही है।
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‘आईएस’ के हमले में सीरियन लष्कर के २५ जवान ढेर सीरिया मे ‘आईएस’ के ठिकानों पर इराक के हवाई हमले
बैरूत:
आईएस’ के आतंकवादियों ने सीरियन लष्कर पर किए हमले में २५ जवानों की जान
गई है।सीरिया के पूर्व में स्थित ‘देर अल-झोर’ प्रान्त के ‘मयादीन’ शहर में
आईएस ने यह हमला किया है। इस हमले की वजह से सदर आतंकवादी संगठन सीरिया
में फिरसे सक्रिय होने की चिंता सीरिया के मानवाधिकार संगठन ने व्यक्त की
है।
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आज
गुरुवार दि. २६-०४-२०१८ रोजी प्रकाशित झालेल्या ‘दैनिक प्रत्यक्ष’मधील
‘तुलसीपत्र-१४८६’ ह्या अग्रलेखामध्ये, ‘स्वयंभगवान त्रिविक्रम’ प्रथमच
प्रकट झाल्याचे वर्णन केले गेले आहे, तेच हे ‘महासाकेत’ ह्या सर्वोच्च
स्थानावर स्थित ‘स्वयंभगवान त्रिविक्रमा’चे स्वरूप.
आज
गुरुवार दि. २६-०४-२०१८ को ‘दैनिक प्रत्यक्ष’ में प्रकाशित हुए
‘तुलसीपत्र-१४८६’ इस अग्रलेख में, ‘स्वयंभगवान त्रिविक्रम’ के पहली ही बार
प्रकट होने का वर्णन किया गया है। यही वह ‘महासाकेत’ इस सर्वोच्च स्थान पर
स्थित ‘स्वयंभगवान त्रिविक्रम’ का स्वरूप।
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‘गगनशक्ति २०१८’ युद्धाभ्यास देश के शत्रुओं को झटका देने वाला – वायुसेना प्रमुख धनोआ
नई दिल्ली:
पाकिस्तान की सीमा के पास भारत के वायुसेना ने किए ‘गगनशक्ति २०१८’
युद्धाभ्यास का वायुसेना प्रमुख बी. एस. धनोआ ने मुआइना किया। यह अभ्यास
देश के शत्रु के लिए आकाश और धरती पर झटका देने वाला है, ऐसा कहकर वायुसेना
प्रमुख धनोआ ने समाधान व्यक्त किया है।
इस युद्धाभ्यास
के पिछले तीन दिनों में वायुसेना के विमानों ने ५००० से अधिक बार उड़ानें
भरी हैं और इन विमानों ने अपना नियोजित लक्ष्य सटीक भेदा है।
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सेना के लिये १.८६ लाख बुलेटप्रूफ़ जैकेट की खरीदारी करेंगे
नई दिल्ली: भारतीय सेना के लिए १.८७ लाख अत्याधुनिक बुलेटप्रूफ जैकेट की खरीदारी करने का अंतिम निर्णय हुआ है। यह बुलेटप्रूफ जैकेट मेक इन इंडिया अंतर्गत
देश में ही तैयार किए जाएंगे। इसके लिए एक भारतीय कंपनी के साथ ६३९ करोड
रुपयों का करार किया गया है। चीन और पाकिस्तान इन दोनों स्तर पर तनाव बढ़
रहा है, इस पृष्ठभूमि पर यह निर्णय महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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भारतीय वायुसेना के गगन शक्ति का आरंभ – चीन और पाकिस्तान को संदेश
नई दिल्ली:
११०० विमानों के साथ १५००० से अधिक जवानों का समभाग होने वाले भारतीय
वायुसेना का ‘गगनशक्ति’ यह आज तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास रविवार से शुरु
हुआ है। एक ही समय पश्चिम और उत्तर ऐसे दोनों सीमा पर तथा हिंद महासागर में
नौदल के साथ शुरू हुए, ऐसे युद्धाभ्यास द्वारा भारत ने चीन और पाकिस्तान को स्पष्ट इशारा दिया है, यह दिखाई दे रहा है।
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तुर्की की माँग के अनुसार नियोजित समय के पहले ही – तुर्की को ‘एस-४००’ सौपने के लिए रशिया तैयार
अंकारा: अमरिका, फ़्रांस और इस्रायल जैसे बलाढ्य देशों को एक ही समय पर चुनौती देने वाली भाषा करने वाले तुर्की, रशिया और ईरान की त्रिपक्षीय चर्चा की तरफ दुनियाभर के निरीक्षकों का ध्यान लगा है। बुधवार से शुरू हुई इस चर्चा से पहले रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने लिए निर्णय बहुत बड़ी उलट पुलट के के संकेत दे रहे हैं। इसमें रशिया की तरफ से तुर्की को आपूर्ति की जाने वाली ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा के बारे में निर्णय सबसे महत्वपूर्ण साबित होता है।
आतंकी पाश्चिमात्य देशों को डूबा देंगे – तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन की नई धमकी
अंकारा: जर्मनी में जो कुछ चल रहा है, वह आप सब कुछ देख रहे हैं। आने वाले समय में यह बात फ्रान्स में भी हो सकती है। पाश्चात्य देश आतंकवादियों से खुद को मुक्त कर नहीं सकते, इसलिए आतंकवादियों को समर्थन देने वाले पाश्चात्य देश आने वाले समय में डूब जाएंगे, ऐसा इशारा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने दिया है। फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने पिछले महीने में आतंकवादियों को अपने निवास स्थान में आमंत्रण देकर उनसे चर्चा की थी, ऐसा आरोप करके तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने यह कड़ी टीका की है। उस समय अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प सीरिया के बारे में संभ्रम निर्माण करने वाले संकेत दे रहे हैं, ऐसा दावा भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है।
इराक के कुर्दिस्तान में तुर्की लष्कर की कार्रवाई शुरू – प्रसार माध्यमों का दावा
अंकारा: तुर्की की सुरक्षा को चुनौती देने वाले आतंकवादियों को खत्म करने के लिए तुर्की के लष्कर इराक में घुसकर कार्रवाई करेंगे, ऐसी धमकी देने के बाद तुर्की ने ईराक के कुर्दिस्तान भाग में लष्करी तैनाती बढ़ाने की बात सामने आई है। पिछले हफ्ते में इराकी उपराष्ट्राध्यक्ष ने तुर्की को भेंट देकर चर्चा करने के बाद यह तैनाती बढ़ाने की जानकारी स्थानीय सूत्रों से दी जा रही है। इसकी वजह से आने वाले समय में तुर्की उत्तर इराक में कुर्द के विरोध में एवं आक्रामक निर्णय लेने के संकेत मिले हैं और इसकी वजह से अमरिका के साथ तनाव अधिक बिगड़ता जाएगा, ऐसा माना जा रहा है।
फ़्रांस की सीरिया में लष्करी तैनाती ‘घुसपैठ’ साबित होगी – तुर्की के रक्षामंत्री का फ़्रांस को इशारा
अंकारा: सीरिया में फ़्रांस अपनी सेना तैनात न करे। फ़्रांस की इस देश में तैनाती मतलब ‘घुसपैठ’ साबित होगी और इससे अनर्थ होगा, ऐसा कठोर इशारा तुर्की के रक्षामंत्री ‘नुरेत्तिन कानिक्ली’ ने दिया है। पिछले कुछ दिनों से तुर्की और फ़्रांस के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर इस इशारे की तरफ देखा जा रहा है। कुछ घंटों पहले ही तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने फ़्रांस की सीरिया विषयक भूमिका मतलब तुर्की को उकसाने जैसा है, ऐसा आरोप करके फ़्रांस को लक्ष्य करने की धमकी दी थी।
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चीन की बढ़ति आक्रामकता के पृष्ठभूमि पर लष्कर प्रमुख जनरल रावत की लदाख सीमा को भेंट
लदाख: भारत के लष्कर प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने चीन के सीमा से जुड़े हुए लदाख
में लष्कर के चौकियों को भेंट दी है। उस समय लष्कर प्रमुख ने वहां की
रक्षा सिद्धता का ब्यौरा करने का वृत्त है। शून्य के आसपास तापमान होनेवाले
इस भाग में तैनात जवानों से जनरल रावत ने उस समय चर्चा की है। भारत और चीन का सीमा विवाद नए से उभरने की स्थिति में होते हुए जनरल रावत की यह लदाख भेंट औचित्यपूर्ण मानी जा रही है।
मालदीव के बारे में चीन अपनी सीमा न लांघे – भारत ने चीन को कडे बोल सुनाने का वरिष्ठ अधिकारियों का दावा
नई
दिल्ली: भारत मालदीव में हस्तक्षेप नहीं करेगा, पर चीन भी अपनी सीमा
लांघकर वहां पर नहीं पहुंचे, ऐसा भारत ने चीन को स्पष्ट तौर पर सूचित करने
की बात एक वरिष्ठ अधिकारी ने कही है। मालदीव
के राष्ट्राध्यक्ष अब्दुल्ला यामीन ने हालही में मालदीव में इमरजेंसी के
४५ दिनों के बाद इमेर्जेन्सी खात्म की ही। फिर भी मालदीव में राजनीतिक संकट
खत्म नहीं हुआ है।
अमरिका के साथ व्यापार युद्ध भड़कने के बाद चीन ने भारत का व्यापारी नुकसान कम करने का आश्वासन दिया है
नई
दिल्ली: भारत एवं चीन के द्विपक्षीय व्यापार में भारत को ५० अरब डॉलर्स से
अधिक नुकसान सहन करना पड़ रहा है। भारत ने लगातार यह मुद्दा उपस्थित करने
पर भी चीन ने इसे नजरअंदाज किया है। पर अब चीन ने भारत का नुकसान बढ़ने की
बात कहकर यह नुकसान कम करने का आश्वासन दिया है। चीन भारत के साथ दिखा रहा
संवेदनशीलता का कारण यह चीन का अमरिका के साथ भड़का हुआ व्यापारी युद्ध
होने की बात स्पष्ट हो रही है।
भारत की सीमा में चीन के हेलीकॉप्टर की घुसपैठ
बीजिंग
: भारत के वायुसेना प्रमुख, चीन में भारत के राजदूत और रक्षामंत्री ने
पिछले ३ दिनों में चीन को कड़े इशारे दिए थे। इसके पीछे कारण अब स्पष्ट हो
रहा है। पिछले महीनेभर के कालखंड में चीन के लष्करी हेलिकॉप्टर चार बार
भारत के हवाई सीमा में घुसने की जानकारी उजागर हुई है। साथ ही डोकलाम अपना ही होने का दावा करके चीन ने यह मुद्दा उपस्थित करने वाले भारत को इस विवाद से सबक सिखाया जाए, ऐसा इशारा दिया है।